Papa by Mahak Gulati

बचपन की गोदी फिरसे  दिला दो मुझे,
खेल खेल मे कंधे पर अब बिठा दो मुझे,
उनही मीठी बातों से अब हसँ| दो मुझे,
हाँ पापा एक बार फिर कुछ सिखा दो मुझे |

गिरू जब ज़िन्दगी मे तब साथ तुम देना,
हसँते हसँते परवत पहुचा तुम  देना,
रूठू जब मै तुमसे मना तुम देना,
हाँ पापा गलतियँओ पर माफी मुझे दिला तुम देना |

कह नहीं पाती पर तुम प्यार हो मेरा,
झील का एक तुम  कीनारा हो मेरा,
सबसे पुराना तुम विशवाश हो मेरा,
हाँ  पापा तुम एक सहारा हो मेरा |

पता इस दुनिया मे सबसे अच्छे हो तुम,
कहदु तुमहे दिल के बहुत सच्चे हो तुम,
बदलती भीड मे इतने पक्के हो तुम,
पर हाँ पापा मम्मी से थोड़ा कच्चे हो तुम |
Happy father's Day.💞

- Mahak Gulati

Father


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